×

(आपको अधिकार है कि) जिसे आप चाहें, अलग रखें अपनी पत्नियों में 33:51 Hindi translation

Quran infoHindiSurah Al-Ahzab ⮕ (33:51) ayat 51 in Hindi

33:51 Surah Al-Ahzab ayat 51 in Hindi (الهندية)

Quran with Hindi translation - Surah Al-Ahzab ayat 51 - الأحزَاب - Page - Juz 22

﴿۞ تُرۡجِي مَن تَشَآءُ مِنۡهُنَّ وَتُـٔۡوِيٓ إِلَيۡكَ مَن تَشَآءُۖ وَمَنِ ٱبۡتَغَيۡتَ مِمَّنۡ عَزَلۡتَ فَلَا جُنَاحَ عَلَيۡكَۚ ذَٰلِكَ أَدۡنَىٰٓ أَن تَقَرَّ أَعۡيُنُهُنَّ وَلَا يَحۡزَنَّ وَيَرۡضَيۡنَ بِمَآ ءَاتَيۡتَهُنَّ كُلُّهُنَّۚ وَٱللَّهُ يَعۡلَمُ مَا فِي قُلُوبِكُمۡۚ وَكَانَ ٱللَّهُ عَلِيمًا حَلِيمٗا ﴾
[الأحزَاب: 51]

(आपको अधिकार है कि) जिसे आप चाहें, अलग रखें अपनी पत्नियों में से और अपने साथ रखें, जिसे चाहें और जिसे आप चाहें, बुला लें उनमें से, जिन्हें अलग किया है। आपपर कोई दोष नहीं है। इस प्रकार, अधिक आशा है कि उनकी आँखें शीतल हों और वे उदासीन न हों तथा प्रसन्न रहें उससे, जो आप उनसब को दें और अल्लाह जानता है जो तुम्हारे दिलों[1] में है और अल्लाह अति ज्ञानी, सहनशील[2] है।

❮ Previous Next ❯

ترجمة: ترجي من تشاء منهن وتؤوي إليك من تشاء ومن ابتغيت ممن عزلت, باللغة الهندية

﴿ترجي من تشاء منهن وتؤوي إليك من تشاء ومن ابتغيت ممن عزلت﴾ [الأحزَاب: 51]

❮ Previous Next ❯

Verse in more languages

Transliteration Bangla Bosnian German English Persian French Hindi Indonesian Kazakh Dutch Russian Spanish Turkish Urdu Uzbek