Quran with Hindi translation - Surah An-Nahl ayat 71 - النَّحل - Page - Juz 14
﴿وَٱللَّهُ فَضَّلَ بَعۡضَكُمۡ عَلَىٰ بَعۡضٖ فِي ٱلرِّزۡقِۚ فَمَا ٱلَّذِينَ فُضِّلُواْ بِرَآدِّي رِزۡقِهِمۡ عَلَىٰ مَا مَلَكَتۡ أَيۡمَٰنُهُمۡ فَهُمۡ فِيهِ سَوَآءٌۚ أَفَبِنِعۡمَةِ ٱللَّهِ يَجۡحَدُونَ ﴾
[النَّحل: 71]
﴿والله فضل بعضكم على بعض في الرزق فما الذين فضلوا برادي رزقهم﴾ [النَّحل: 71]
Muhammad Farooq Khan And Muhammad Ahmed और अल्लाह ने तुममें से किसी को किसी पर रोज़ी में बड़ाई दी है। किन्तु जिनको बड़ाई दी गई है वे ऐसे नहीं है कि अपनी रोज़ी उनकी ओर फेर दिया करते हों, जो उनके क़ब्ज़े में है कि वे सब इसमें बराबर हो जाएँ। फिर क्या अल्लाह के अनुग्रह का उन्हें इनकार है |
Suhel Farooq Khan And Saifur Rahman Nadwi aur khuda hee ne tumamen se baaz ko baaz par rizak (daulat mein) tarajeeh dee hai phir jin logon ko rozee jyaada dee gaee hai vah log apanee rozee mein se un logon ko jin par unaka dastaras (ikhteyaar) hai (laundee gulaam vagairah) dene vaala nahin (haaloki is maal mein to sab ke sab maalik gulaam vagairah) baraabar hain to kya ye log khuda kee neamat ke munkir hain |
Suhel Farooq Khan And Saifur Rahman Nadwi और ख़ुदा ही ने तुममें से बाज़ को बाज़ पर रिज़क (दौलत में) तरजीह दी है फिर जिन लोगों को रोज़ी ज्यादा दी गई है वह लोग अपनी रोज़ी में से उन लोगों को जिन पर उनका दस्तरस (इख्तेयार) है (लौन्डी ग़ुलाम वग़ैरह) देने वाला नहीं (हालॉकि इस माल में तो सब के सब मालिक गुलाम वग़ैरह) बराबर हैं तो क्या ये लोग ख़ुदा की नेअमत के मुन्किर हैं |