القرآن باللغة الهندية - سورة الضحى مترجمة إلى اللغة الهندية، Surah Duha in Hindi. نوفر ترجمة دقيقة سورة الضحى باللغة الهندية - Hindi, الآيات 11 - رقم السورة 93 - الصفحة 596.
وَالضُّحَىٰ (1) शपथ है दिन चढ़े की |
وَاللَّيْلِ إِذَا سَجَىٰ (2) और शपथ है रात्रि की, जब उसका सन्नाटा छा जाये |
مَا وَدَّعَكَ رَبُّكَ وَمَا قَلَىٰ (3) (हे नबी!) तेरे पालनहार ने तुझे न तो छोड़ा और ने ही विमुख हुआ। |
وَلَلْآخِرَةُ خَيْرٌ لَّكَ مِنَ الْأُولَىٰ (4) और निश्चय ही आगामी युग तेरे लिए प्रथम युग से उत्तम है। |
وَلَسَوْفَ يُعْطِيكَ رَبُّكَ فَتَرْضَىٰ (5) और तेरा पालनहार तुझे इतना देगा कि तू प्रसन्न हो जायेगा। |
أَلَمْ يَجِدْكَ يَتِيمًا فَآوَىٰ (6) क्या उसने तुझे अनाथ पाकर शरण नहीं दी |
وَوَجَدَكَ ضَالًّا فَهَدَىٰ (7) और तुझे पथ भूला हुआ पाया, तो सीधा मार्ग नहीं दिखाया |
وَوَجَدَكَ عَائِلًا فَأَغْنَىٰ (8) और निर्धन पाया, तो धनी नहीं कर दिया |
فَأَمَّا الْيَتِيمَ فَلَا تَقْهَرْ (9) तो तुम अनाथ पर क्रोध न करना। |
وَأَمَّا السَّائِلَ فَلَا تَنْهَرْ (10) और माँगने वाले को न झिड़कना। |
وَأَمَّا بِنِعْمَةِ رَبِّكَ فَحَدِّثْ (11) और अपने पालनहार के उपकार का वर्णन करना। |